गाजा पट्टी क्या है?, हमास कोन है?, क्यों यहां इतनी गरीबी और आतंक पनप रहा है।

गाजा पट्टी क्या है?, हमास कोन है?, क्यों यहां इतनी गरीबी और आतंक पनप रहा है।

6 दिन पहले फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने गाजा पट्टी की और से इजराइल पर घातक हमला करते हुए करीब 5000 रॉकेट गिराए जिसके बाद हमास और इजरायल के बीच में युद्ध की स्थिति नाज़ुक बनी हुई है. हमले के तुरन्त बाद इजराइल ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया और इन हालातों ने एक बार फिर इजराइल फिलिस्तीनी जंग को विश्व के सामने ला दिया है जिसमें सबसे अधिक चर्चा गाजा पट्टी की हो रही है जो इस समय युद्ध का मुख्य केंद्र बना हुआ है. गाजा पट्टी इजराइल और भूध्यसागर के बीच एक लम्बी पट्टीनुमान इलाका है जिस पर फिलिस्तीन का कब्ज़ा है. कई बार इसे धरती का नर्क कहा जाता है.
गाजा पट्टी पर इजरायल की सेना का कब्ज़ा:-
इजरायल पर हुए हमले के दो दिन बाद इजरायली सेना ने गाजा पट्टी को चारो तरफ से घेर कर वहां की खाद्य और मतवपूर्ण सुविधा को रोक दिया और गाजा पट्टी के बॉर्डर पर पूरी तरह से नियंत्रण करने का दावा किया है. इससे गाजा पट्टी में रहने वाले आम लोगों को कई बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

———–गाजा पट्टी क्या है?, हमास कोन है?,

आख़िर क्या है गाजा पट्टी?
फिलिस्तीन के दो अलग अलग क्षेत्रों में बटा है जिसमें गाजा पट्टी भूमध्यसागर के पूर्वी तट पर स्थित से छोटा क्षेत्र है जिसके तरफ में मिस्र और दूसरी तरफ में इजरायल है. इस पट्टी की कुल लंबाई लगभग 41 किलोमीटर और चौड़ाई सिर्फ़ 6 से 12 किलोमीटर की है. लेकिन यहां की आबादी लगभग 20 लाख के करीब है जिससे यह विश्व के सबसे घने जनसंख्या वाले क्षेत्र में आता होता है.

गाजा पट्टी में सबसे ज्यादा है बेरोजगारी:-फिलिस्तीन के दो भाग हैं जिसमें एक
गाजा पट्टी और दूसरा वेस्ट बैंक। इन दोनों क्षेत्र के बीच में इजराइल पड़ता है. गाजा पट्टी के लोगों के हालात बहुत ही ज्यादा खराब हैं, वर्ल्ड बैंक की सितम्बर माह की रिपोर्ट के अनुसार यहां पर बेरोजगारी की दर 46% और युवा बेरोजगार की दर करीब 60% तक है वहीं इजराइल में बेरोजगारी की दर मात्र 4% है।

गाजा पट्टी इजराइल और भूध्यसागर के बीच एक लम्बी पट्टीनुमान इलाका है

गाजा पट्टी में नहीं मिल पाता है पर्याप्त खाना:-
गाजा पट्टी की बर्बाद हो सुकी आर्थिक विकास के कारण से यहां पर खाना और दवाओं जैसी जरूरी सामानों की भारी कमी देखने को मिल रही है. संयुक्त राष्ट्र संघ की रिलीफ एंड वर्क एजेंसी के अनुसार यहां पर हर पांच में से तीन लोगों को पर्याप्त खाना नहीं मिल पाता है और ना ही वे अच्छा जीवन जी पा रहे हैं.

गाजा पट्टी में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी:-
गाजा पट्टी में पूरी तरह बर्बाद हो चुकी आर्थिक स्थिति से वहा का विकास और चिकित्सा सुविधा में भारी कमी है. यहां बीमार लोगों को समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाती है. जिससे ज्यादा गंभीर बीमारियों में तो यहां पर इलाज तक नहीं मिलता है जिसके लिए गाजा पट्टी के लोगों को बाहर जाकर दूसरे देशों में इलाज कराने का खर्चा भीं वहन नहीं कर पाते है।

फिलिस्तीन के गाजा पट्टी के हालात वर्ष 2007 तब ज्यादा खराब हुए जब फिलिस्तीन में आतंकी संगठन हमास की सरकार बनी थी. हमास को एक सैन्य संगठन के रूप में 1980 में स्थापित किया था जिसका मुख्य काम फिलिस्तीन की आजादी और वहा पर अधिकार करना था. गाजा पट्टी में हमास ने सरकार बनाते ही इजरायल और मिस्र दोनों पड़ोसी देशों ने अपने अपने बॉर्डर सील कर दिए. इससे गाजा पट्टी के आम लोगों को और ज्यादा अधिक विकट समस्याओं का सामना करना पड़ा. 2020 की संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के अनुसार इससे गाजा पट्टी में अगले 10 सालों में 16.7 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ और यहां पर गरीबी चार गुना तक बढ़ गई है।

 

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